BharatGen: जानें भारत के स्वदेशी AI मॉडल की पूरी जानकारी

BharatGen: जानें भारत के स्वदेशी AI मॉडल की पूरी जानकारी

भारत की भाषाई विविधता और तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर एक ऐतिहासिक कदम Bharatgen.

भारत ने हाल ही में अपना पहला स्वदेशी मल्टीमॉडल और मल्टीलिंगुअल एआई मॉडल ‘BharatGen’ लॉन्च किया है। भारत सरकार द्वारा समर्थित यह पहल देश के डिजिटल परिदृश्य को मजबूत करने, भाषाई विविधता का सम्मान करने और ग्रामीण व क्षेत्रीय समुदायों तक तकनीक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है

BharatGen की विशेषताएं:

  • मल्टीमॉडल क्षमता: BharatGen टेक्स्ट, वॉयस और इमेज डेटा तीनों को प्रभावी ढंग से प्रोसेस करता है, जिससे विभिन्न प्रकार के एप्लिकेशन बनाना संभव है।

  • 22 भारतीय भाषाओं का व्यापक समर्थन: हिंदी, तमिल, तेलुगु, बंगाली, मराठी, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, उर्दू, असमिया, ओड़िया, मैथिली, संथाली, कश्मीरी, नेपाली, कोंकणी, मणिपुरी, सिंधी, डोगरी, बोडो और संस्कृत जैसी भाषाओं में उपलब्ध।

  • स्वदेशी डेटा पर प्रशिक्षित: भारतीय भाषाई और सांस्कृतिक संदर्भों को ध्यान में रखकर ट्रेन किया गया है, जिससे स्थानीय उपयोग के लिए अत्यधिक उपयुक्त है।

  • ओपन-सोर्स मॉडल: यह मॉडल ओपन-सोर्स के रूप में उपलब्ध है, जिससे स्टार्टअप्स, शोधकर्ता और डेवलपर्स आसानी से इसके उपयोग से नवाचार कर सकें।

विकास और सहयोगी प्रयास:

  • विकासकर्ता: BharatGen को IIT बॉम्बे के TIH Foundation for IoT and IoE के नेतृत्व में विकसित किया गया है। इसमें IIT मद्रास, IIT हैदराबाद, IIT मंडी, IIT कानपुर, IIIT हैदराबाद, और IIM इंदौर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान सहयोगी हैं।

  • वित्त पोषण और इंफ्रास्ट्रक्चर: इस मॉडल को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के राष्ट्रीय मिशन NM-ICPS के अंतर्गत वित्तीय सहायता मिली है। इंफ्रास्ट्रक्चर समर्थन Yotta Infrastructure और Neysa जैसी कंपनियों द्वारा प्रदान किया गया है।

BharatGen के उपयोग और प्रभाव:

  • स्वास्थ्य सेवा में क्रांति: स्थानीय भाषाओं में टेलीमेडिसिन व परामर्श उपलब्ध होंगे, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचेगी।

  • शिक्षा का प्रसार: स्थानीय भाषाओं में डिजिटल शिक्षण सामग्री बनाकर छात्रों के लिए समान अवसर उपलब्ध होंगे।

  • कृषि में सुधार: किसानों को उनकी क्षेत्रीय भाषा में सलाह व जानकारी प्रदान की जा सकेगी, जिससे उनकी उत्पादकता और आय बढ़ेगी।

  • सरकारी सेवाओं में सरलता: सरकार की डिजिटल सेवाओं में बहुभाषी सहायता से नागरिकों के साथ संवाद और शिकायत समाधान आसान होगा।

भविष्य की योजनाएं:

  • भारत डेटा सागर (Bharat Data Sagar): भारतीय भाषाओं में AI मॉडल को बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए डेटा का एक व्यापक भंडार बनेगा।

  • ई-विक्रAI (e-vikrAI): एक ऐसा विजन-लैंग्वेज मॉडल, जो गैर-अंग्रेजी भाषी विक्रेताओं के लिए ई-कॉमर्स में भागीदारी सरल बनाएगा।

  • AI रिसर्च समुदाय का विस्तार: AI हैकाथॉन, ट्रेनिंग और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए भारत में एक मजबूत AI अनुसंधान समुदाय विकसित किया जाएगा।

BharatGen भारत की डिजिटल क्रांति में एक नई दिशा स्थापित करता है, जो तकनीकी नवाचार और भाषाई विविधता के लिए महत्वपूर्ण होगा। यह पहल लाखों भारतीयों के डिजिटल जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है।

Leave a Comment

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *